सऊदी अरब में हज यात्रा के दौरान अत्यधिक गर्मी के कारण जॉर्डन के लगभग 14 नागरिकों की मृत्यु हो गई है। जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने बताया कि उसके 14 नागरिक भीषण गर्मी के कारण मारे गए हैं और 17 लापता हैं। लापता लोगों की तलाश जारी है। ईरानी रेड क्रिसेंट ने भी पुष्टि की है कि उसके 5 हज यात्री मारे गए हैं लेकिन उनकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं किया गया है। जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने बताया कि मृतकों के शवों को दफनाने या परिजनों को भेजने के बारे में सऊदी अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहे हैं।
सऊदी अधिकारियों के अनुसार इस वर्ष 18 लाख से अधिक लोग हज के लिए एकत्र हुए हैं। यहां अक्सर सबसे बड़ी चुनौती भीषण गर्मी से निपटने की होती है। इस सप्ताह तापमान 46 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया जिसके कारण पैदल चलकर अदा की जाने वाली रस्में बुजुर्गों के लिए कठिन बन गई हैं। हज यात्रा बुधवार को समाप्त होगी। सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय ने हज यात्रियों को धूप से बचने और पानी पीते रहने की सलाह जारी की है।
पिछली साल हज में गई थी 240 लोगों की जान
2023 में करीब 18 लाख लोग हज यात्रा करने के लिए सऊदी अरब पहुंचे थे। इस यात्रा में सऊदी सरकार के मुताबिक 240 हज यात्रियों की जान चली गई थी। मरने वाले ज्यादातर हाजी इंडोनेशिया के थे। उनकी मौत का कारण सामने नहीं आया था। सऊदी अरब सरकार के मुताबिक पिछली साल हज में गर्मी से होने वाली बीमारियों के करीब दस हजार मामले सामने आए थे जिसमें से करीब 10 प्रतिशत मामले हीटस्ट्रोक के थे।
जब हज के दौरान हुआ था बड़ा हादसा
हाल के दशकों में भीड़भाड़ की वजह से बड़ी घटनाएं भी देखने को मिली हैं जिसमें सैकड़ों लोग मारे जाते हैं. सितंबर 2015 में हज के दौरान मची भगदड़ में 717 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 863 लोग घायल हो गए थे. यह हादसा मक्का शहर से लगभग 6-7 किलोमीटर दूर स्थित मीना शहर में ‘शैतान को कंकड़ मारने’ की धार्मिक प्रथा के दौरान हुआ था।
– टीम न्यूज अपडेट यूपी