एयर इंडिया ने अपने 67 पुराने विमानों को आधुनिक बनाने के लिए 40 करोड़ डॉलर की योजना का आज ऐलान किया है। इस योजना का उद्देश्य एयर इंडिया को ग्लोबल लेवल की एयरलान में बदलना है। नई योजना के तहत पहले 27 नैरो-बॉडी एयरबस A320neo विमानों की ओवरहॉलिंग होगी, जिसके बाद 40 वाइड-बॉडी बोइंग विमानों की ओवरहॉलिंग की जाएगी।
अपग्रेड से गुजरने वाला पहला नैरो-बॉडी विमान A320neo VT-EXN है, जो सोमवार को हैंगर में एंट्री कर गया। रेगुलेटरी अप्रूवल और प्रोटोटाइप के बाद, VT-EXN के दिसंबर 2024 तक कमर्शियल सर्विस में लौटने की उम्मीद है। यह पहले से ही अपग्रेडेड इंटीरियर वाले आठ नए डिलीवर्ड A320neo विमानों में शामिल हो जाएगा।
एयर इंडिया हर महीने तीन से चार विमानों का नवीनीकरण करेगी, और उम्मीद है कि नैरो-बॉडी बेड़े का अपग्रेड 2025 के मध्य तक पूरा हो जाएगा। वाइड-बॉडी बोइंग 787 और 777 विमानों का नवीनीकरण 2025 की शुरुआत में शुरू होगा।
एयर इंडिया के CEO और प्रबंध निदेशक (MD) कैंपबेल विल्सन ने कहा, ‘यह अपग्रेड एयर इंडिया को ग्लोबल लेवल पर एयरलाइन बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।’
लक्जरी और कार्यक्षमता का मेल: यात्रियों के लिए क्या नया होगा?
A320neo विमानों में नया तीन-कैबिन लेआउट होगा: बिजनेस क्लास, प्रीमियम इकॉनमी, और इकॉनमी। बिजनेस क्लास में 40 इंच की आठ शानदार सीटें होंगी, जबकि प्रीमियम इकॉनमी में 32 इंच के लेगरूम वाली 24 सीटें होंगी।
इकॉनमी में 132 आरामदायक सीटों के साथ अतिरिक्त लेगरूम की सुविधा होगी। यात्रियों को चार्जिंग के लिए USB टाइप A और C पोर्ट्स, आधुनिक लाइटिंग, और नए डिजाइन वाली कारपेट और अपहोल्स्ट्री जैसी सुविधाएं मिलेंगी।
वाइड-बॉडी बोइंग विमानों में भी प्रीमियम अपग्रेड्स होंगे, जिसमें हाई क्वालिटी वाली सीटें और अत्याधुनिक इनफ्लाइट एंटरटेनमेंट सिस्टम (state-of-the-art inflight entertainment system) शामिल होंगे। डिजाइन को पहले ही अंतिम रूप दिया जा चुका है और एयर इंडिया उत्पादन में तेजी लाने के लिए मैन्युफैक्चरर्स के साथ काम कर रही है।
प्रतिस्पर्धा के बीच रणनीतिक कदम
यह अपग्रेडेशन ऐसे समय में हो रहा है जब एयर इंडिया अपनी अंतरराष्ट्रीय सेवाओं को बढ़ा रही है और विश्वस्तरीय एयरलाइनों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना कर रही है। भारत में बढ़ती आय के साथ, यात्री प्रीमियम यात्रा विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे यह निवेश समय पर साबित हो रहा है।
यह नवीनीकरण एयर इंडिया और विस्तारा के प्रस्तावित विलय (Air India-Vistara merger) के समय भी हो रहा है। विस्तारा में 25.1% हिस्सेदारी रखने वाली सिंगापुर एयरलाइंस को हाल ही में भारतीय सरकार से इस विलय की मंजूरी मिली है, और यह सौदा 2024 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
12 नवंबर से एयर इंडिया विस्तारा के विमानों और यात्रियों को संभालेगी, संचालन को और मजबूत करेगी और एक एकीकृत ब्रांड (unified brand) के लिए मार्ग प्रशस्त करेगी।
– टीम न्यूज अपडेट यूपी