रायबरेली। रायबरेली में ग्राम विकास अधिकारी की जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र पोर्टल की आईडी-पासवर्ड का दुरुपयोग करने के मामले में फरार चल रहे आरोपी रविकेश को एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह बिहार के दरभंगा का रहने वाला है। उस पर 25 हजार रुपये इनाम था। रविकेश ने कुबूला है कि दो साल में उसने यूपी व बिहार के चार लाख लोगों के फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और करीब पांच हजार लोगों के फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए हैं। रायबरेली का फर्जीवाड़ा सामने आने पर उसका नाम सामने आया था। रायबरेली के सलोन थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी। 17 आरोपी पहले से जेल में है।
जनसुविधा केंद्र संचालकों को गिरोह में शामिल किया
एटीएस के आईजी नीलाब्जा चौधरी के मुताबिक रविकेश दरभंगा के बिउनी गांव का है। रायबरेली में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने के प्रकरण में वह नामजद था। शनिवार को रविकेश के लखनऊ में होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद ही उसे पकड़ लिया गया। रविकेश ने एटीएस को बताया कि उसने वर्ष 2022 में पोर्टल www.crsogovr.in और वर्ष 2023 में www.thedashboard.in बनाया था। फिर फेसबुक के जरिये यूपी व बिहार के कई लोगों अपने गिरोह में शामिल किया। इसमें जनसुविधा केन्द्र के कई संचालक भी थे। उसके पोर्टल पर करीब 4100 यूजर दिख रहे हैं। इसमें 1500 यूजर लगातार सक्रिय है।
चार लाख फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाये
रविकेश ने दावा किया कि फर्जी प्रमाण पत्र से उसे तीन-चार हजार रुपये रोज कमाई होती थी। उसने यूपी व बिहार के कई लोगों के लिए फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए। उसने एटीएस को बताया कि दो साल में करीब चार लाख फर्जी जन्म प्रमाण पत्र व पांच हजार फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाये। वर्ष 2022 में ही आरोपी को गिरोह के सदस्यों से जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले सरकारी पोर्टल www.crsorgi.gov.in के अलग-अलग यूजर नेम व पासवर्ड मिले। इस पर ओटीपी डालकर उसने कई प्रमाणपत्र बनवाए थे। रायबरेली के ग्राम विकास अधिकारी की मूल आईडी व पासवर्ड का दुरुपयोग कर जब फर्जी प्रमाण पत्र बनाए जाने लगे जब उसके गिरोह का खुलासा हो गया था।
17 आरोपी पहले से बंद
इस प्रकरण में अब तक 17 आरोपी विजय यादव, जीशान खान, सुहेल, रियाज, गोविन्द केशरी, आकाश, सलमान अली उर्फ गुरु, संजीव सिंह, वैभव उपाध्याय, शाहनवाज, आरिफ अली, शहनवाज, धीरज, राजन उर्फ देवमणि, नीरज, अरमान और सतीश सोनी जेल जा चुके हैं। इसमें आरिफ समेत सात आरोपी को एटीएस ने गिरफ्तार किया था।
– टीम न्यूज अपडेट यूपी