बरेली,यूपी। उत्तरप्रदेश के जिला बरेली में कैंट क्षेत्र में स्थित बाबा धोपेश्वरनाथ मंदिर के सामने से सोमवार शाम को जुलूस निकलने के मामले को लेकर मंगलवार को दुसरे पक्ष ने मंदिर के बाहर हंगामा मचाया। जिसके चलते पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुला कर पंचायत के बाद दोनों में सहमति बन बाई। अब आगे से कभी मंदिर के सामने से अंजुमनों का जुलूस व डीजे नहीं निकलजाएगा। सोमवार शाम मंदिर के सामने से अंजुमनों का जुलूस निकाले जाने पर माहौल गरमा गया था। दूसरे पक्ष ने सोमवार रात ही कैंट थाने में तहरीर दी थी। पुलिस ने उस वक्त मामला टाल दिया था। मंगलवार को पुजारी अमित गोस्वामी के नेतृत्व में जुटे लोगों ने धोपेश्वर नाथ मंदिर परिसर में प्रदर्शन किया। नारेबाजी और हंगामे की सूचना पर पुलिस पहुंची।
इंस्पेक्टर क्राइम विनोद कुमार त्यागी ने उनको समझाया, पर नाराज भीड़ पुलिस के साथ ही नारेबाजी करते हुए थाने में घुस आई। लोग जुलूस निकालने वालों पर रिपोर्ट कराने की मांग पर अड़ गए। पुलिस ने दूसरे पक्ष के लोगों को भी थाने बुला लिया। इंस्पेक्टर राजेश कुमार की मौजूदगी में दोनों पक्षों में सहमति बनी कि भविष्य में धोपेश्वर नाथ मंदिर के सामने से कोई भी अंजुमन जुलूस या डीजे नहीं निकाला जाएगा। नई परंपरा डालने की कोशिश की तो रिपोर्ट लिखी जाएगी।
इन शर्तों पर बनी सहमति
एक पक्ष ने एतराज जताया कि बाहरी लोगों को भी इस तरह के धार्मिक जुलूसों में बुलाया जाता है। स्थानीय लोग अपना त्योहार मनाएं तो उन्हें दिक्कत नहीं होगी। साथ ही देर रात तक जुलूस निकालने व बाइक पर बिना साइलेंसर के तीन सवारी घूमने का भी विरोध जताया। दूसरे पक्ष ने इन सभी बिंदुओं पर लिखित सहमति दे दी।
इंस्पेक्टर ने दोनों पक्षों को समझाकर लिखित में फैसला करा दिया। एक पक्ष से कालीबाड़ी मंडल के महामंत्री अमर सिंह राठौर, विश्व हिंदू परिषद के महानगर अध्यक्ष आशु अग्रवाल, रजत गुप्ता, किशन मेहता, अक्कू गोस्वामी, बंटी यादव, मोहित यादव, कृष्णा यादव, पंडित घनश्याम जोशी आदि लोग मौजूद रहे। वहीं, दूसरे पक्ष के इश्तत्याक व इमरान आदि ने समझौते पर दस्तखत किए।
– टीम न्यूज अपडेट यूपी