बरेली,यूपी। सरकारी बाबू को रिश्वत लेते भ्रष्टाचार निवारण संगठन बरेली की टीम ने रंगे हांथो धर-दबोचा। सरकारी बाबू जो कि चकबंदी बंदोबस्त कार्यालय बरेली में तैनात है, खतौनी में नाम चढाने के लिए 50 हज़ार रुपयों की घूस मांगी। भ्रष्टाचार निवारण संगठन बरेली की टीम ने चकबंदी बंदोबस्त कार्यालय बरेली में तैनात बाबू को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपी बाबू के खिलाफ थाना इज्जतनगर में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।
क्या है पूरा ममाला?
दरअसल किला थाना क्षेत्र निवासी बुजुर्ग महिला सुधा अग्रवाल ने अपने मैनेजर सुनील कुमार निवासी ग्राम बरखेड़ा जिला पीलीभीत के जरिए भ्रष्टाचार निवारण संगठन को पूरे मामले की शिकायत कराई थी। जिसमें बताया गया था कि सुधा अग्रवाल की ग्राम मोहनपुर की भूमि गाटा संख्या 111 का पर्चा 45 मिल चुका है। लिहाजा वह काफी समय से खतौनी में अपना नाम अंकित कराने के लिए चक्कर लगा रही हैं। काफी भागदौड़ के बाद भी उनका काम नहीं हुआ। बल्कि चकबंदी बंदोबस्त अधिकारी के कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालयम में तैनात कनिष्ठ लिपिक अभय सक्सेना 50 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहे हैं। इस शिकायत के बाद एंटी करप्शन की टीम सक्रिय हुई और मंगलवार को अपना जाल बिछाया। टीम ने चकबंदी कार्यालय से बाबू अभय सक्सेना को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। भ्रष्टाचार निवारण संगठनके पुलिस उपाधीक्षक यशपाल सिंह ने बताया कि आरोपी बाबू के खिलाफ थाना इज्जतनगर में कार्रवाई की जा रही है।
– टीम न्यूज अपडेट यूपी