बरेली : दमखोदा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय में छात्राओं के टॉयलेट साफ करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के कारण स्कूल के प्रधानाध्यापक हैदर अली और सहायक अध्यापक जगदीश को बीएसए संजय सिंह ने सस्पेंड कर दिया गया है यह पूरी कार्यवाही बीएसए ने स्कूल की छवि खराब करने के आरोप में की है और बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने पर की है।
दरअसल छात्राओं के टॉयलेट साफ करते हुए वीडियो वायरल होने के मामले में स्कूल के प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापक पर कार्यवाही हुई है, बीएसए ने प्रधानाध्यापक हैदर अली को सस्पेंड कर दिया है वहीं सहायक अध्यापक जगदीश को स्कूल की छवि खराब करने का दोषी मानते हुए सस्पेंड किया गया है, दमखोदा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय गरगईया में छात्राओं से टॉयलेट साफ कराने का वीडियो मंगलवार को वायरल हुआ था वहीं वीडियो में दो छात्राएं स्कूल का टॉयलेट साफ करती हुई नजर आ रही थी, बीएसए ने बीईओ दमखोदा को जांच के निर्देश दिए, जांच में सामने आया कि यह वीडियो सात-आठ महीने पुराना है और वीडियो में दिख रही छात्रा ने बताया कि उससे सहायक अध्यापक जगदीश ने टॉयलेट की सफाई के लिए कहा था, इस पर जगदीश ने कहा कि प्रधानाध्यापक ने छात्रा पर दबाव बनाया है इस कारण वो मेरा नाम ले रही है, अन्य छात्राओं से पूछने पर बताया गया कि उनसे टॉयलेट साफ नहीं कराया जाता है। पूरे प्रकरण में स्कूल की आपसी राजनीति नजर आई है। बीएसए संजय सिंह ने बताया कि स्कूल के प्रधानाध्यापक हैदर अली और सहायक अध्यापक जगदीश, शिक्षामित्र लाखन सिंह के मध्य आपसी विवाद रहता है, आपसी विवाद के चलते ही यह वीडियो वायरल किया गया, प्रधानाध्यापक को स्कूल में राजनीति करने, पठन-पाठन में रुचि नहीं लेने, छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने, स्कूल पर प्रभावी नियंत्रण नहीं रख पाने और विभाग की छवि धूमिल करने का प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है, इस आधार पर प्रधानाध्यापक हैदर अली को सस्पेंड करते हुए प्राथमिक स्कूल फरीदपुर से अटैच किया गया है।
स्पेशल डेस्क : न्यूज अपडेट यूपी