बरेली,यूपी। उत्तरप्रदेश के जिला बरेली में लगभग 2 महीने पहले थाना किला क्षेत्र में हुई हेड कांस्टेबल के बेटे अमन की हत्या में आज साजिशकर्ता हिस्ट्रीसीटर पियूष शंखधार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी पर अब तक 16 मुक़दमे चल रहे है।
पवन कश्यप, सोनू कश्यप और रामजी गुर्जर साजिश कर 13 जुलाई को अमन उर्फ बिट्टू को किला क्षेत्र में स्थित विपिन गुप्ता के दफ्तर ले गए थे। वहां विपिन गुप्ता, शालू गुप्ता, नीरज गोयल, जतिन और रिहान के साथ मिलकर अमन की हत्या कर दी और उसके शव को इज्जतनगर क्षेत्र के नाले में फेंक दिया। मुकदमा दर्ज होने के बाद हत्याकांड के आरोपी सोनू और रिहान ने आत्मसमर्पण कर दिया था। अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। मुख्य आरोपी विपिन गुप्ता और शालू गुप्ता को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली मारी थी। पूरे घटनाक्रम में इलाके के हिस्ट्रीशीटर पीयूष शंखधार की भूमिका सामने आई थी, पुलिस उसकी तलाश में दबिश दे रही थी। अब किला पुलिस ने पीयूष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
अमन की हत्या संपत्ति विवाद में की गई थी। दरअसल इज्जतनगर क्षेत्र में बेशकीमती भूखंड को लेकर मुख्य आरोपी मठ लक्ष्मीपुर निवासी सोनू और पवन के पिता मलखान व इज्जतनगर के एक भूमाफिया के बीच विवाद है। इस जमीन पर दोनों पक्ष दावा करते हैं। मलखान के विरोधी भूमाफिया के लिए हिस्ट्रीशीटर विपिन गुप्ता काम करता है। सूत्रों के मुताबिक अमन का मलखान के घर मठ इलाके में काफी आना जाना था और उसकी दोस्ती मलखान के बेटे सोनू व पवन से थी। हिस्ट्रीशीटर ललित सक्सेना का भी वहां उठना बैठना था। अमन का मलखान के घर जाना विपिन गुप्ता और उसके भूमाफिया आका को पसंद नहीं था। उन्हें मुखबिरी या साजिश का डर सता रहा था इसलिए अमन की हत्या कर दी गई। सोनू और पवन अपने फायदे के लिए अमन का इस्तेमाल करना चाहते थे इसलिए उन्हें भी इस घटना में आरोपी बनाकर जेल भेजा गया।
– टीम न्यूज अपडेट यूपी