उत्तरप्रदेश। यूपी में बस दुर्घटना में तीन से अधिक मौत होने पर अब त्रिस्तरीय जांच होगी। इसके लिये एक विशेष कमेटी बनाई जाएगी। जांच के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। तय संख्या से ज्यादा चालान पर वाहन का रजिस्ट्रेशन और चालक का ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई में तेजी लाई जाए। ये निर्देश अपर मुख्य सचिव (एसीएस) परिवहन एल. वेंकटेश्वर लू ने गुरुवार को सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में हुई समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में एसीएस ने कई जिलों व मंडलों में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक नियमित रूप से न होने पर नाराजगी भी जताई। साथ ही सम्बन्धित अफसरों से स्पष्टीकरण भी मांगा है।
एसीएस वेंकटेश्वर लू ने कहा कि तय संख्या से अधिक चालान होने पर वाहन रजिस्ट्रेशन और ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई तेज की जाये। मुख्यमंत्री के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि सभी तरह के सड़क हादसों में 50 प्रतिशत की कमी लाने के लिये प्रभावी कदम उठाये जायें।
ओवरलोड वाहनों पर सख्त कार्रवाई करें
एसीएस ने कहा कि विश्वकर्मा ऐप को और आधुनिक बनाया जाये। इंटरसेप्टर से ओवर स्पीड वाहनों की जांच करने के लिये अभियान चलाया जाये। ड्राइवर की ब्रीथ एनलाइजर से जांच की जाए। इनके नेत्र परीक्षण के लिये भी शिविर लगाये जाये।
एंटी स्लीप डिवाइस लगाई जाये
एसीएस ने कहा कि 600 बसों में एंटी स्लीप डिवाइस लगाई जाये। इनकी कार्यप्रणाली का परीक्षण करने के बाद इस डिवाइस को अन्य बसों में भी लगा दिया जाये। बैठक में सीएम के आर्थिक सलाहकार केवी राजू, एमडी मासूम अली सरवर, आईजी ट्रैफिक समेत कई अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हुए।
– टीम न्यूज अपडेट यूपी