बरेली। आंवला विधानसभा के अंतर्गत तहसील सभागार में निराश्रित गोवंश के वर्षाकाल के समय संरक्षण, गोशालाओं की सुविधाओं की अद्यतन स्थिति के संबंध में समीक्षा की। गोआश्रय स्थलों में जलभराव की समस्या के निस्तारण हेतु समय से पूरे इन्तजाम किए जाएं और संक्रामक रोगों से बचाव हेतु आवश्यक दवाइयों एवं वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। संभावित बाढ़ आपदा से पशुधन पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव एवं पशुहानि से बचाव हेतु जारी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन के निर्देश दिए। कहीं निराश्रित गोवंश सड़कों या खेतों में दिखायी दें तो उन्हें उपयुक्त स्थल पर संरक्षित किया जाए। गोआश्रय स्थलों के निर्माण के लिए आवंटित धनराशि को पारदर्शिता तथा वित्तीय अनुशासन का पालन करते हुए व्यय करने के निर्देश दिए। निर्माण कार्यों की समयबद्धता और उच्च गुणवत्ता का पालन जरूरी है। वर्षा ऋतु के दृष्टिगत नैपियर घास भी लगवाई जाए ताकि हरे चारे की भी उपलब्धता वर्ष पर्यन्त हो सके। गोआश्रय स्थलों पर सोलर लाइट की भी व्यवस्था करायी जाए और संरक्षित गोवंश का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण संबंधित पशुचिकित्साधिकारियों द्वारा किया जाए। अभियान चलाकर निराश्रित गोवंश को गोआश्रय स्थलों में पहुंचाया जाए। वर्षाकाल के दृष्टिगत प्रदेश की गौशालाओं में संरक्षित निराश्रित गोवंश हेतु चारा-भूसा, पानी, प्रकाश एवं गोवंश के भीगने से बचाव हेतु टीनशेड की बेहतर इन्तजाम किये जाने पर विशेष ध्यान दिया जाय। कांवड यात्रा के पर्व पर शांति एवं कानून व्यवस्था तथा अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। बैठक में उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी, थानाध्यक्ष, खण्ड विकास अधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
– टीम न्यूज अपडेट यूपी