बरेली,यूपी। एनसीईआरटी सिलेबस में हुआ बड़ा बदलाव अब वीर अब्दुल हमीद और राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के बारे में पढ़ाया जाएगा। एडवोकेट इमरान अंसारी जोकि यूनिवर्सिटी के गोल्ड मेडिलिस्ट छात्र भी रहे है वह लंबे समय से वीर अब्दुल हमीद जयंती व शहीद दिवस पर कार्यक्रम आयोजित कर सरकार से यह मांग बराबर कर रहे थे कि परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद के बारे में युवा पीढ़ी को पढ़ाया जाए ताकि बह उनके जीवन से शिक्षा व प्रेरणा ले अब सरकार ने सिलेबस में वीर अब्दुल हमीद नामक अध्याय होगा जोकि बेहद हर्ष का विषय है।
नई शिक्षा नीति 2020 और राष्ट्रीय शिक्षा पाठ्यक्रम 2023 के तहत एनसीईआरटी की छठी कक्षा की किताबों में इस साल दो बड़े बदलाव किए जाएंगे। शिक्षा मंत्रालय की ओर से एनसीईआरटी की किताबों को लेकर एक बड़ी घोषणा की गई है। शिक्षा मंत्रालय मोओई ने बताया कि नई शिक्षा नीति 2020 और राष्ट्रीय शिक्षा पाठ्यक्रम 2023 के तहत एनसीईआरटी की छठी कक्षा की किताबों में इस साल दो बड़े बदलाव किए जाएंगे। अब छठी कक्षा में बच्चों को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक नाम की कविता और वीर अब्दुल हमीद नामक अध्याय पढ़ने को मिलेगा। रक्षा मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से इस फैसले को लिया गया है।
शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि पाठ्यक्रम में किए गए बदलाव बच्चों में देशभक्ति कर्तव्य के प्रति समर्पण और साहस बलिदान के मूल्यों को विकसित करने और राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया गया है। कौन थे वीर अब्दुल हमीद? ‘वीर अब्दुल हमीद’ अध्याय में 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद की वीरता की कहानी है। उन्हें मरणोपरांत देश के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था। वहीं छठी कक्षा की किताब में ‘राष्ट्रीय युद्ध स्मारक’ के बारे में पढ़ाया जाएगा।
रक्षा मंत्रालय एनडब्लूएम को एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय स्मारक के रूप में स्थापित करने के लिए काम कर रहा है। इसी के तहत शिक्षा मंत्रालय ने एनडबलूएम को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने का फैसला लिया है।
– टीम न्यूज़ अपडेट