धर्मांतरण की सभा में पुलिस ने की रेड, धर्म प्रवर्तकों में मचा हड़कंप

बरेली,यूपी। उत्तरप्रदेश के जिला बरेली में धर्मांतरण का मामला सामने आया है। धर्म परिवर्तन की सभा में पुलिस ने अचानक जब रेड की तब सभी धर्म प्रवर्तक सख्ते में आ गये। पुलिस ने जब धर्म प्रवर्तकों से सभा में पूंछताछ कर जैसे यह धर्म परिवर्तन आयोजन किस की अनुमति से कर रहे हो? तब सभी धर्म प्रवर्तकों ने चुप्पी साध ली। उसके बाद जब पुलिस ने और सवाल किये जैसे यह किस धर्म का आयोजान है और कौन से धर्म की किताबे हैं यह ? इसपर उत्तर मिला कि यह ईसाई धर्म का आयोजन है। और उसी से जुड़ी यह किताबे भी है, तथा पुलिस के पूछने पर कि यहां मौजूद लोग किस धर्म से हैं। तो जवाब आया कि हम सब हिंदू हैं। इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस को स्थानीय हिन्दू संगठनों के द्वारा मिली थी। नॉर्थ एसपी मुकेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि बजरंग दल कार्यकर्ताओं की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की जा रही है और हर पहलू की जांच के बाद अग्रिम विधि कार्रवाई की जाएगी।

किसने दी पुलिस को सूचना ?
विश्‍व हिंदू परिषद तथा बजरंग दल के पदाधिकारियों के द्वारा पुलिस को यह सूचना दी गयी थी। इस इलाके में हर रविवार को भोले भाले लोगों को प्रार्थना सभा, परमेश्‍वर की आराधना और ऐसे ही नामों से आर्थिक लाभ का लालच और उनका ब्रेन वॉश करते हुए ईसाई धर्म में परिवर्तन कराया जा रहा है। बरेली पुलिस ने बताया कि झाजू नगर में एक घर में कुछ लोगों के धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश और बिना अनुमति के धार्मिक कार्यक्रम कराने की जानकारी पर कार्रवाई की गई है।

हिन्दू धर्म के लोग थे मौजूद ईसाई धर्म की प्रचार-प्रसार सभा में
विश्‍व हिंदू परिषद के सर्वेश रस्‍तोगी, हिमांशु गंगवार, नेत्रपाल सिंह, महावीर सिंह, राहुल चौधरी और विवेक पंडित ने पुलिस को लिखित शिकायत सौंपी थी। वहीं मौके से एक युवक को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इस घर में लगातार ईसाई धर्म के प्रचार-प्रसार की सभा हो रही थीं और हैरानी की बात है कि इस सभा में पहुंचने वाले सभी लोग हिंदू थे। आपको बता दे कि पिछले दिनों भी ऐसा ही वीडियो सामने प्रेमनगर क्षेत्र से आया था। इसके बाद पुलिस ने आरोपी के पादरी के खिलाफ धर्मपरिवर्तन का मामला दर्ज करते हुए जेल भेजा था। वहीं, डीएम ने जांच बैठा दी थी। इधर, एसएसपी ने भी एक टीम बनाई है जो धर्मपरिवर्तन मामलों की जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि घटना की वीडियोग्राफी कराई गई है। उस घर में कई लोग, महिलाएं, लड़कियां और छोटे बच्‍चों को ईसाई धर्म से जुड़ी किताबें दी गईं थीं। लोगों ने बताया कि हर रविवार को सुबह 11 बजे से देर शाम तक आराधना का कार्यक्रम होता था। इसमें परमेश्‍वर के नाम पर लोगों को धर्म की बातें बताई जातीं थीं।

– टीम न्यूज अपडेट यूपी

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Author: News Update Up

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