कानपुर में स्वाइन फ्लू ने फिर दी दस्तक, 1 की मौत 2 संक्रमित

कानपुर,यूपी। उत्तरप्रदेश के कानपुर में एक बार स्वाइन फ्लू ने दस्तक दी है। इसके चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत और दो लोगों ने स्वाइन फ्लू से संक्रमित होने की खुद पुष्टि है। इस गंभीर समस्या को लेकर जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, हैलट अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक और जिले के सीएमओ ने सभी को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए है। साथ ही लक्षण युक्त आने वाले मरीजों की सूची बनाकर उनकी जांच कराने को बोला है। ताकि सभी सटीक जानकारी हो सके।

लालबंगला निवासी 80 वर्षीय राधेश्याम डायबिटीज, हाईपरटेंशन समेत अन्य बीमारी से ग्रस्त थे। हालत खराब होने पर परिजनों ने उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं, जांच में मरीज में स्वाइन फ्लू की भी पुष्टि हुई। तभी निजी अस्पताल में हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उन्हें हैलट अस्पताल रेफर कर दिया। मंगलवार को उन्हें गंभीर हालत में हैलट इमरजेंसी में डॉ.एमपी सिंह के अंडर में भर्ती किया गया, जहां उनकी गुरुवार को मौत हो गई। डॉक्टरों के मुताबिक जब मरीज को भर्ती किया गया था, तब वह शॉक की स्थिति में थे और वह सांस संबंधित रोग सीओपीडी के पुराने रोगी थे। इसके अलावा प्राइवेट अस्पताल में दो और मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है, जिनमे से एक महिला को बुधवार हैलट इमरजेंसी में भर्ती किया गया है।

डॉक्टरों के मुताबिक मरीज के सैंपल को जांच के लिए लखनऊ भेजा जाएगा। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के संचारी रोग नोडल अधिकारी डॉ.बीपी प्रियदर्शी ने बताया कि मरीज सिविल लाइंस स्थित न्यू लीलामणी हॉस्पिटल से रेफर होकर आए थे। हैलट में उनका इलाज मेटरनिटी विंग के आइसोलेशन वार्ड में चल रहा था, जिनकी गुरुवार को मौत हो गई। इसके अलावा बुधवार को बादशाही नाका निवासी नौलखी (50) को भी हैलट इमरजेंसी में भर्ती किया गया। वह भी न्यू लीलामणि हॉस्पिटल से रेफर आई है। उन्हें जांच में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है।

डॉ.एमपी सिंह ने बताया कि हैलट अस्पताल में भर्ती मरीज की स्थित ठीक है। अभी स्वाइन फ्लू की जटिलताओं वाले लक्षण नहीं है। आइसोलेशन में रखकर दो मरीज का इलाज किया जा रहा है। तीसरा मरीज संतकबीरनगर का है। न्यू लीलामणी हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक और कानपुर नर्सिंगहोम एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ.एमके सरावगी ने बताया कि तीन रोगियों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई थी। उन्हें रेफर कर दिया गया। हॉस्पिटल में ही स्वाइन फ्लू की जांच की व्यवस्था है। स्वाइन फ्लू के मरीजों के इलाज की व्यवस्था वर्तमान में स्थिति में अभी मेटरनिटी विंग में की गई है। अगर मरीजों की संख्या बढ़ती है तो उनके हैलट के ही संक्रामक रोग अस्पताल में उन्हें भर्ती किया जाएगा। -डॉ.आरके सिंह प्रमुख अधीक्षक हैलट

जो लोग स्वाइन फ्लू के मरीजों के संपर्क में आए हैं, उनको ट्रेस कर उनकी जांच कराई जाएगी। संबंधित व्यक्ति में सर्दी, जुकाम व खांसी के लक्षण नजर आने पर उनके सैंपल लखनऊ भेजकर जांच कराई जाएगी। वहीं, सभी अस्पतालों में भी अलर्ट किया गया है। -डॉ.आलोक रंजन, सीएमओ।

– टीम न्यूज अपडेट यूपी

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