बरेली,यूपी। बरेली कोतवाली क्षेत्र में बृहस्पतिवार को बगिया शिव मंदिर के रास्ते को लेकर हुए विवाद में एक तोड़फोड़ का वीडियो वायरल होने के बाद एक पक्ष के लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई है। वहीं गिहार समाज के लोगों ने आज उच्च अधिकारियों से शिकायत कर गुहार लगाई है कि मंदिर में महज इसलिए गेट लगाया गया है कि वह नीची जाति के लोग हैं और यह लोग और उनका समाज मंदिर में पूजा अर्चना ना करें इसको लेकर मंदिर का रास्ता बंद किया गया है। बृहस्पतिवार को हुए मंदिर की रास्ता बंद करने के विवाद के बाद एक पक्ष के लोगों ने मंदिर परिसर में तोड़फोड़ की जिसके बाद थाना कोतवाली में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
वहीं वृहस्पतिवार को हुए विवाद के बाद गिहार समाज के लोगों ने शासन प्रशासन के उच्च अधिकारियों को प्रार्थनापत्र दिया। इस दौरान पूर्व पार्षद अमित गिहार ने बताया कि पिछले 150 वर्षों से उनके समाज के लोग इस मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं, मगर बीते दिनों से ऊंची जाति के लोग जिनमे गोकुल सिंह, अजय चौहान, अश्वनी, विक्रम, मानुप्रताप, मोनू सिंह, अक्का, मुकुल, पवन गुप्ता, अर्जुन, निदकी, कल्लू उर्फ राजेश वर्मा, अनिकेत मन्नू ब्रजेश तथा एक व्यक्ति हिस्ट्रीशीटर सामिल है उनका समाज पूजा ना कर पाए इसलिए रोकने के उद्देश्य से मंदिर का रास्ता बंद किया गया है। गिहार समाज के लोगों का कहना है कि उनकी बहन बेटियों पर अभद्र टिप्पणी करते हैं। अगर उनके घर की बहू बेटी मंदिर में पूजा करने पहुंचती है तो उन्हें कंजरिया कहकर भागते हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर सभी समाज के लोगों का है ऐसे में यह लोग हमारी नीची जाति होने की वजह से विवाद कर रहे हैं और इसी को लेकर मंदिर का दरवाजा बंद किया गया है। जो लोग विवाद कर रहे हैं उन लोगों ने मंदिर के अंदर पार्किंग स्टैंड खोल रखा है। अवैध तरीके से धन अर्जित कर रहे हैं।
बाइट – अमित गिहार , पूर्व पार्षद
– टीम न्यूज अपडेट यूपी